जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो गैरों पर,
जब चलना है अपने ही पैरों पर।
कभी जो जिंदगी में थक जाओ,
तो किसी को कानो कान खबर भी न होने देना,
क्योंकि लोग टूटी हुई इमारतों की ईंट तक उठा कर ले जाते हैं।
किसी की मजबूरी का कभी मज़ाक न बनाओ दोस्तों,
जिंदगी अगर मौका देती है, तो वही जिंदगी धोखा भी देती है।
न बदली वक्त की गर्दिश न जमाना बदला,
जब सूख गई पेड़ की डाली तो परिंदों ने ठिकाना बदला।
जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है,
दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है।
कल न हम होंगे न कोई गिला होगा..
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा..
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले..
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!
सिर्फ मैं हाथ थाम सकूँ उसका..
मुझ पे इतनी इबादत सी कर दे..
वो रह ना पाऐ एक पल भी मेरे बिन..
ऐ खुदा तू उसको मेरी आदत सी कर दे..
ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है..
कभी दूर तो कभी क़रीब होते है..
दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है..
और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है ..
किसी ने सच कहा है…
अपनी तक़दीर की आजमाइस ना कर,
अपने ग़मों की नुमाईस ना कर,
जो तेरा है तेरे पास खुद आयेगा,
रोज रोज उसे पाने की खवाहिस ना कर.
नम हैं आँखे मेरी, मगर एक भी आंसू बह ना पायेगा,
ये दिल भी कितना दगाबाज़ है यारो,
खुद को भूल जायेगा, मगर तुझे ना भूल पायेगा।
तेरी यादो के बिना जिन्दगी अधुरी है,
तू मिल जाये तो जिँदगी पूरी है,
तेरे साथ जुडी हैँ मेरी खुशीयां,
बाकी सब के साथ हसना तो मेरी मजबूरी है.
जीवन की भाग दौड में क्यों वक़्त के साथ रंगत खो जाती है,
हंसती खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है,
एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम,
और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है ।
कोई हालात नहीं समझता,
कोई जज़्बात नहीं समझता,
ये तो बस अपनी अपनी समझ है,
कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है
तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!!
कितना नादान है ये दिल समझ कर भी समझता ही नही
मरता भी तो उसी पर है जो इसे कुछ समझता नही !!
कितना मनाते है आपको फिर भी आप मानती नहीं ,
दर्द हमें भी होता है ,पर आप है के जानती नहीं.
कभी_कभी हमारा स्टेटस हजारो लाइक पाने के लिए नही होता…
किसी शख्स को पढ़वाने के लिए भी होता हे.
सभी बोलते है, लड़की क्या एक गयी तो दूसरी आएगी…
लेकिन दोस्तों जो पहले जाती है ना, वो तो दिल ही ले जाती है !!
कल न हम होंगे न कोई गिला होगा..
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा..
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले..
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!
सिर्फ मैं हाथ थाम सकूँ उसका..
मुझ पे इतनी इबादत सी कर दे..
वो रह ना पाऐ एक पल भी मेरे बिन..
ऐ खुदा तू उसको मेरी आदत सी कर दे..
ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है..
कभी दूर तो कभी क़रीब होते है..
दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है..
और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है ..
किसी ने सच कहा है…
अपनी तक़दीर की आजमाइस ना कर,
अपने ग़मों की नुमाईस ना कर,
जो तेरा है तेरे पास खुद आयेगा,
रोज रोज उसे पाने की खवाहिस ना कर.
नम हैं आँखे मेरी, मगर एक भी आंसू बह ना पायेगा,
ये दिल भी कितना दगाबाज़ है यारो,
खुद को भूल जायेगा, मगर तुझे ना भूल पायेगा।
तेरी यादो के बिना जिन्दगी अधुरी है,
तू मिल जाये तो जिँदगी पूरी है,
तेरे साथ जुडी हैँ मेरी खुशीयां,
बाकी सब के साथ हसना तो मेरी मजबूरी है.
जीवन की भाग दौड में क्यों वक़्त के साथ रंगत खो जाती है,
हंसती खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है,
एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम,
और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है ।
कोई हालात नहीं समझता,
कोई जज़्बात नहीं समझता,
ये तो बस अपनी अपनी समझ है,
कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है
तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!!
कितना नादान है ये दिल समझ कर भी समझता ही नही
मरता भी तो उसी पर है जो इसे कुछ समझता नही !!
कितना मनाते है आपको फिर भी आप मानती नहीं ,
दर्द हमें भी होता है ,पर आप है के जानती नहीं.
कभी_कभी हमारा स्टेटस हजारो लाइक पाने के लिए नही होता…
किसी शख्स को पढ़वाने के लिए भी होता हे.
सभी बोलते है, लड़की क्या एक गयी तो दूसरी आएगी…
लेकिन दोस्तों जो पहले जाती है ना, वो तो दिल ही ले जाती है !!
मत कर हिसाब मेरे प्यार का,
कहीं बाद में तू खुद ही कर्ज़दार न निकले..
नाराज़गी भी बहुत ज़रूरी है..
कोई हमें मनाने वाला भी है.. पता चल जाता है !
बदल जाते है वो लोग वक़्त की तरह,
जिन्हें हद से ज़्यादा वक़्त दे दिया जाये.
क्यों हम भरोसा करें गैरों पर,
जबकि हमें चलना है अपने ही पैरों पर..
वक़्त वक़्त की बात है दोस्तो,
जो आज हमे देख कर उदास होते है,
वो कभी हम ना दिखने पे उदास होते थे!!
मैं भी क्या कमाल करता हूँ…
एक शाम लिखता हूँ कि भुला दिया तुझे,
फिर सारी रात तुझे ही याद करता हूँ।
हवस होती तो पूरी भी कर लेते..,
महोब्बत थी इसलिए अधूरी रह गयी!!
ज़िंदगी में प्यार क्या होता, उस शख़्स से पूछो,
जिसने दिल टूटने के बाद भी इन्तज़ार किया हैं !
अच्छा हुआ जो तूने मुझे छोड़ दिया, वो प्यार ही किस काम का जिसमें,
हर बात का यक़ीन दिलाने के लिए ‘क़समें’ खानी पड़े.
रोज तुझे ये सोच कर याद कर लेते है
की आज के बाद तुझे याद नही करेंगे..!
किसी दिन वो मेरी हँसी के दीवाने थे,
आज वो हमसे पूछते भी नहीं हैं,
के हम ज़िंदा हैं या मर गये.
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ ,
शायद तुम निकल जाओ दिल से खून के जरिये…!
मुझे पत्थर बनाने में उसका बड़ा हाथ है,
जिसे मैं कभी फ़ूल दिया करता था ..!
उनको तो फुरसत नहीं
दीवारो तुम ही बात कर लो मुझसे!
कुछ तो बात है चाहत में
वरना लाश के लिए कोई ताजमहल नहीं बनवाता ..!!
तुझे मुफ्त में जो मिल गए हम,
तु कदर ना करे ये तेरा हक़ बनता है।
भूलना तो ज़माने की रीत है,
मग़र तुमने शुरुआत हमसे क्यों की!
वोह नहीं मिलते तो क्या हुआ..
इस दिल को रोज़ दर्द तो हमेशा मिलने आता है !
जिसने कल जिंदगी भर साथ जीने की कसम खाई थी,
आज उसकी ही जुदाई मे मर मर के जी रहा हू!
मैंने दरवाज़े पे ताला भी लगा कर देखा लिया,
पर ग़म फिर भी समझ जाते है की मैं घर में हूँ!!
इश्क क्या जिंदगी देगा किसी को,
ये तो शुरू ही किसी पर मरने से होता है !
बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी..
पहले पागल किया, फिर पागल कहा,
फिर पागल समज कर छोड़ दिया..
बहुत ही खुश किसमत है वो लोग
जिसे प्यार के बदले प्यार मिल गया,
बदनसीब तो मै हु मैने प्यार तो किया,
लेकिन मुजे न प्यार मिला, ना यार मिला!
आसान नही होता यूँ मुड़कर लौट आना,
काश समझ पाते तुम ये बात ……
मेरे जाने से पहले !
ना जाने ये कौन सा तरीका है उसका प्यार करने का,
कि उसका दिल ही नहीं करता मुझसे बात करने का..
चेहरा देखकर इंसान को प चानने की कला थी मुझमें,
तकलीफ तो तब हुई हर इंसान के पास कई चेहरे देखे.
मज़बूरी में सुनने पड़ते हैं साहब लोगो के ताने अक़्सर,
कोई भी शख़्स इस जहां में शौक से रुसवा नहीं होता.
आंसू अपने हाथ से ही पोछ लेना दोस्तों
अगर दूसरे पूछेंगे तो उसकी कीमत मांगेंगे
उनको लगी खरोंच का पता पूरे शहर को है…
हमारे गहरे जख्म की कहीं चर्चा तक नहीं…
मुझसे पूछा किसी ने की उसके बिना जिन्दगी कैसे गुजरेगी तेरी
तो मैंने भी पिंजरे में छटपटा ते इक पंछी की तरफ इशारा कर दिया।