*डिजिटल मार्केटिंग किसे कहते है ?*
Digital Marketing Kya Hai ?
*डिजिटल मार्केटिंग किसे कहते है ?* |
डिजिटल मार्केटिंग उस कला को कहा जाता है जिस कला का प्रयोग करके आप ऑनलाइन और डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से अपने ग्राहक को प्राप्त कर सकते हैं. दोस्तों अब आप सोच रहे होंगे की ऑनलाइन और डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है और इसमें क्या-2 चीज़े आती हैं|तो चलिए अब मै आपको इस प्रशन का भी उत्तर देता हूँ- Digital Marketing के अंदर बहुत सारे फंक्शन है
जैसे की सोशल मीडिया(Social Media)जैसे Facebook,
Instagram ,twitter ,LinkedIn, .....etc और यह लिस्ट बढती जाती है.
चलिए अब हम अगले प्रशन की और चलते हैं हमारा अगला प्रशन है-
डिजिटल मार्केटिंग आने वाले समय में क्यों जरुरी है?
अगर हम आज के समय से 20-30 साल पहले ही बात करे तो दोस्तों ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा की उस वक़्त के लोग टीवी, न्यूज़पेपर, मैगजीन्स और रेडियो के माध्यम से अपने सामग्री का उपभोग करते थे, लेकिन दोस्तों अब ऐसा नहीं है, अब लोगो के अंदर बहुत बदलाव आये हैं, चलिए जानते हैं किस तरह के बदलाव की बात मै कर रहा हूँ-आज के समय में लोग अपना ज्यादा समय Facebook, Twitter,Instagram ,linkedin पर बिताते है, और वे Facebook,Instagram,Twitter, LinkedIn पर अपने दोस्तों और परिवार वालो के साथ -2 फिलम के हिरो हिरोइन और क्रिकेटर के साथ -2 अन्य देशो के लोग भी उपस्थिथ है ये सब काम ही डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है
डिजिटल मार्केटिंग के प्रमुख भाग इस प्रकार है
डिजिटल मार्केटिंग के निम्नलिखित भाग इस प्रकार है
आज हम जानेगें के की डिजिटल माक्रेटिंग के कितने भाग होते हैं।
उम्मीद करता हूँ आप सभी को "डिजिटल मार्केटिंग क्या है "
यह हमरे पिछली पोस्ट से समझ में आ गया होगा।
सरलता पूर्वक समझने के लिए प्रमुख भाग निम्नलिखित इस प्रकार हैं :-
1.एस.ई.ओ( SEO)
2.एस.एम.ओ ( SMO)
3.पेड एड्स (Paid Ads)
4.एनालिटिक्स ( Analytics)
उपरोक्त सभी भागो को समझने के लिए हमें एक एक कर के नीचे दी गयी परिभाषाओ को समझना होगा ।
यस.ई.ओ (SEO) (सर्च इंजन ऑप्टिमाईज़ेशन ): - हमें अपनी वेबसाइट को या ब्लॉग को किस तरह से ऑप्टिमाईज करना हैं, क्रिएटिव बना के पोस्ट करनी हैं और कौन कौन सी एक्टिविटीज इसके लिए करनी चाहिए की हमारी वेबसाइट की रैंकिंग हो सके, यह सब हम इसमें ही करते हैं। और यही डिजिटल मार्केटिंग का आधार भी हैं यदि केवल यह समझ में आ आय तो भी हम अपनी वेबसाइट का प्रमोशन गूगल पर कर सकते हैं औऱ रैंकिंग ला सकते हैं।
एसईओ(SEO) के दो भाग होते है
1.ओन पेज एसईओ(On Page SEO)
2.ऑफ पेज एसईओ(Off Page SEO)
एस .एम.ओ(SMO) :- (सोशल मीडिया ऑप्टिमाईज़ेशन ) - आप बहुत अच्छे तरह से ऐसी वेबसाइटो से परिचित हैं जो सोशल मीडिया के नाम से जनी जाती हैं, जैसे फेसबुक , ट्विटर, लिंकेडीन, गूगल प्लस, यूटूब इत्यादि। तो ऐसे वेबसाइट पर प्रोमोशन करना, हैशटैग्स (#), etc आदि का उपयोग कैसे करना हैं यह सब हम इसी में करते हैं।
पेड एड्स - Paid Ads (गूगल एडवर्ड्स, फेसबुक पेड एड्स , क्लासिफाइड पेड एड्स इत्यादि) - हम जो कुछ भी ऑनलाइन में पैसे दे कर के प्राप्त करते हैं हम उसे ही पेड मार्केटिंग कहते है हम इस भाग में पेड मार्केटिंग की सभी जानकारी प्राप्त करते हैं।
एनालिटिक्स (Analytics ) - उपरोक्त तीनो भागो को समझने के बाद जब हम इनका प्रैक्टिकल करते हैं तो हमारी वेबसाइट में एक कोड के द्वारा एनालिटिक्स ऐड करते हैं ताकि हमें हमारी वेबसाइट का सम्पूर्ण विश्लेषण दिख सके जैसे की कितने लोगो ने हमारी वेबसाइट को देखा, कौन से प्रोडक्ट का पेज ज्यादा लोग देख रहे, कितनी इम्प्रैशन बढ़ रही, क्या सुधर करना है क्या नही इत्यादि हम इस भाग में सीखते हैं।
ऊपर बताये गए तथ्यों में यदि आपको कोई संदेह है या कोई बात समझ में नही आयी तो कृपया कमेंट में अवश्य पूछे और बताये की यह पोस्ट आपको कैसी लगी ताकि हम इस ज्ञान को आप के लिए और बेहतर बना सके। धन्यवाद।
आपको Good लागा तो कोमेन्ट किजिये ओर बताइये
तब तक धन्याबाद दोस्तो